मुंबई में रोके गए अपने कार्गो शिप को लेकर पाकिस्तान की तरफ से बयान आया है।
पाकिस्तान की तरफ से कहा गया है कि इस पर परमाणु हथियार बनाने का सामान नहीं था, बल्कि यह कॉमर्शियल सामान था। पाकिस्तान विदेश ऑफिस ने कहाकि जब्ती की रिपोर्ट को गलत फैक्ट्स से चिन्हित किया गया था।
चीन से पाकिस्तान जाने वाले जहाज सीएमए सीजीएम अत्तिला को 23 जनवरी को मुंबई के न्हावा शेवा बंदरगाह पर रोका गया था।
अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि डीआरडीओ की एक टीम ने खेप का निरीक्षण किया था। इसमें एक सीएनसी मशीन शामिल थी, जिसके बारे में आशंका है कि यह पाकिस्तान के परमाणु कार्यक्रम में इस्तेमाल हो सकती है।
इस बात को खारिज करते हुए पाकिस्तान ने एक बयान में कहा कि शिप कराची की एक कंपनी के लिए कॉमर्शियल खराद मशीन लेकर जा रहा था।
उन्होंने कहाकि यह कराची स्थित एक कॉमर्शियल यूनिट द्वारा कॉमर्शियल खराद मशीन के इंपोर्ट का एक साधारण मामला है।
यह पाकिस्तान में ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री को पुर्जों की आपूर्ति करता है। बयान में यह भी बताया गया है कि इसको लेकर सभी लेन-देन ट्रांसपैरेंट हैं, जिनके डॉक्यूमेंट्स भी मौजूद हैं।
पाकिस्तान के अधिकारियों ने इसे गलत बताया है। यह भी कहा गया है कि संबंधित संस्थाएं मामले को देख रही हैं और अंतर्राष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन भी बताया।
दूसरी तरफ भारतीय अधिकारियों ने कहाकि जांच में शिपिंग डिटेल में विसंगतियों का पता चला।
जांच में यह आशंका भी सामने आई है कि असली खरीदारों को छिपाने की कोशिशों के बारे में पता चला है। मामले में आगे की जांच चल रही है।