लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को झटके लगना जारी हैं।
अब अरुणाचल प्रदेश के दो विधायकों ने पार्टी से अलग होकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) का दामन थामि लिया है।
अरुणाचल प्रदेश में चुनाव से पहले कांग्रेस के साथ-साथ नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) के दो विधायक भी सत्तारूढ़ भाजपा में शामिल हो गए हैं।
साठ सदस्यीय अरुणाचल प्रदेश विधानसभा में अब कांग्रेस और एनपीपी दोनों के दो-दो विधायक हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक और पूर्व केंद्रीय मंत्री निनोंग ईरिंग (पासीघाट पश्चिम सीट) और वांगलिन लोवांगडांग (बोरदुरिया-बोगापानी निर्वाचन क्षेत्र) और एनपीपी के मुच्चू मीठी (रोइंग विधानसभा) और गोकर बसर (बसर विधानसभा) यहां स्थित भाजपा के प्रदेश मुख्यालय में एक समारोह में पार्टी में शामिल हुए। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पेमा खांडू भी शामिल हुए।
इन चार विधायकों के शामिल होने से भाजपा के पास अब सदन में 53 विधायक हैं, जबकि तीन निर्दलीय विधायक सरकार को बाहर से समर्थन दे रहे हैं। इस साल अरुणाचल प्रदेश में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ होंगे।
अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा कि विधायकों के शामिल होने से ‘उनके संबंधित निर्वाचन क्षेत्रों और अरुणाचल प्रदेश में हमारा आधार और मजबूत होगा।’ उन्होंने कहा, ‘उनका पार्टी में शामिल होना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा समर्थित सुशासन के सिद्धांतों में उनके विश्वास का प्रमाण है।’ मुख्यमंत्री ने कहा, ‘एक साथ मिलकर, हम समावेशी विकास और जन-केंद्रित कल्याण के सिद्धांतों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जारी रखने के लिए तत्पर हैं।’