कांग्रेस और राहुल गांधी पर उठने वाले सवाल कम नहीं हो रहे हैं।
अब पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी भी इस लिस्ट में शामिल हो गई हैं। शर्मिष्ठा ने कहा है कि कांग्रेस को चीजों पर ध्यान देने की जरूरत है।
पार्टी 2014 और 2019 में लगातार हार चुकी हैं। राहुल गांधी बहुत बुरी तरह से हारे हैं।
उन चुनावों में वह कांग्रेस का चेहरा थे। बता दें कि शर्मिष्ठा पहले भी कांग्रेस और राहुल गांधी को लेकर सवाल उठा चुकी हैं। हाल ही में आई उनकी किताब में राहुल गांधी की आलोचना की गई थी।
शर्मिष्ठा मुखर्जी यहीं नहीं रुकीं। उन्होंने आगे कहा कि दो लोकसभा चुनाव हो चुके हैं। अगर पार्टी किसी खास नेतृत्व में हारती है तो यह बेहद महत्वपूर्ण है कि पार्टी इसके बारे में विचार करे। उन्होंने कहा कि किसी नेता के चेहरा होते हुए पार्टी बार-बार हार रही है तो पार्टी को लोगों को इस बारे में सोचना चाहिए।
शर्मिष्ठा मुखर्जी ने आगे कहाकि देश में अलग-अलग विचारधाराएं हैं। आप किसी विचारधारा के साथ सहमत हो सकते हैं, लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि दूसरी विचारधारा का अस्तित्व गलत है। उन्होंने कहाकि कम्यूनिकेशन होना जरूरी है।
जब मेरे पिता सक्रिय राजनीति में थे, तो उन्हें आम सहमति बनाने वाला माना जाता था, क्योंकि संसद में गतिरोध के दौरान पार्टी के अन्य सदस्यों के साथ चर्चा करने का उनका गुण था।
शर्मिष्ठा मुखर्जी ने आगे कहाकि लोकतंत्र सिर्फ बोलने का मतलब नहीं है, दूसरों को सुनना भी बहुत जरूरी है।
उनकी विचारधारा थी कि लोकतंत्र में संवाद होना चाहिए। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सोमवार को राहुल गांधी और कांग्रेस पर जमकर हमला बोला था।
उन्होंने कहा था कि कांग्रेस ने एक ही प्रोडक्ट को बार-बार लांच किया। साफ तौर उनका इशारा राहुल गांधी की तरफ था। पीएम ने कहा था कि कांग्रेस ने परिवारवाद को बढ़ावा दिया और इसके चलते देश ने बहुत नुकसान उठाया।
उन्होंने कांग्रेस को एक सुस्त और पिछड़ी सोच वाली पार्टी भी कहा था। इतना ही नहीं, पीएम मोदी ने जवाहरलाल नेहरू से लेकर इंदिरा गांधी पर भी सवाल उठाए।