भारत को विश्व सिरमौर बनाने के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की जरूरत है, शिक्षण संस्थाओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा छात्रों तक पहुंचाना सुनिश्चित करना होगा।
शिक्षण संस्थाओं को नवाचार को बढ़ावा देकर छात्रों को रचनात्मक सोच के लिए प्रोत्साहित करना होगा।
ये बातें छत्तीसगढ़ के उच्च शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने शासकीय दूधाधारी बजरंग महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्रतिभा सम्मान समारोह और वार्षिकोत्सव के अवसर पर कही।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिक्षा मंत्री अग्रवाल ने कहा कि जिन छात्रों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिलता है, उनमें से कई को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा नहीं मिल पाती है।
जिस कारण वे राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय स्तर में प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम नहीं हो पाते हैं।
उच्च शिक्षण संस्थाओं को छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और अनुसंधान के लिए बेहतर सुविधाएं प्रदान करने पर विशेष ध्यान देना चाहिए। उन्हें छात्रों को अनुसंधान में भाग और नवाचार के लिए हमेशा प्रोत्साहित करना चाहिए।
पढ़ाई के साथ-साथ ही खेलकूद और सांस्कृतिक गतिविधियों पर जोर देना चाहिए।
इस दौरान शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने महाविद्यालय में आयोजित पुरातात्विक प्रतिकृति कार्यशाला का भी निरीक्षण कर प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र प्रदान किया।
कार्यक्रम में नगर निगम नेता प्रतिपक्ष श्रीमती मीनल चौबे, प्राचार्या डॉ. किरण गजपाल सहित बड़ी संख्या में महाविद्यालय के शिक्षक और छात्राएं उपस्थित थी।