अपने बॉयफ्रेंड और उसके परिवार के लोगों के साथ ट्रैवल कर रही एक 26 साल की लड़की ने स्पाइसजेट फ्लाइट के अंदर छेड़छाड़ का आरोप लगाया है।
लड़की का आरोप है कि एयरलाइन के क्रू मेंबर्स और सुरक्षाकर्मियों ने उसे छेड़छाड़ की रिपोर्ट दर्ज कराने से भी रोका।
उसने बताया कि आरोपी लड़के ने गलत तरीके से छूने की बात स्वीकार कर ली लेकिन इसके बावजूद विमान में मौजूद एयरलाइन क्रू और बागडोगरा एयरपोर्ट पर सीआईएसएफ कर्मियों ने शिकायत दर्ज करने से रोक दिया।
उनका कहना था कि इस घटना का कोई सबूत नहीं है। इसलिए उन्होंने लड़के को माफी मांगकर जाने देने को कहा।
रिपोर्ट के मुताबिक, सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रही लड़की 31 जनवरी को स्पाइसजेट की फ्लाइट एसजी 592 से ट्रैवल कर रही थी।
लड़की को उसके बॉयफ्रेंड, उसकी मां और उसके बीमार पिता की तीन सीटों के पीछे सीट मिली थी। इस बीच बॉयफ्रेंड की माँ ने कहा कि वह किनारे की सीट पर आ जाए क्योंकि तीन सीटों में से केवल एक ही भरी थी।
उस सीट पर कोलकाता का एक लॉ स्टूडेंट बैठा था। वह उससे शिफ्ट होने और महिला को सीट देने के लिए सहमत हो गया। लेकिन वह खाली पड़ी विंडो सीट पर नहीं गया और इसके बजाय बीच की सीट पर (महिला के बगल वाली सीट) बैठ गया।
सुबह करीब साढ़े नौ बजे जैसे ही फ्लाइट ने उड़ान भरी, लड़की ने ईयरफोन लगा लिया और म्यूजिक सुनने लगी। उड़ान भरने के तुरंत बाद, उसने महसूस किया कि वह युवक उसके बाएं हाथ को छू रहा था।
उसका हाथ सीट के आर्मरेस्ट पर रखा हुआ था। लड़की ने कहा, “उसने अपना दाहिना हाथ मेरे बगल में आर्मरेस्ट पर रखा था। चूंकि मैं म्यूजिक सुनने में व्यस्त थी, इसलिए मुझे तब तक ध्यान नहीं आया जब तक मुझे महसूस नहीं हुआ कि मेरी बांह को दबाया जा रहा है। जब मैं आर्मरेस्ट की ओर मुड़ी, तो मैंने देखा कि उसकी उंगलियां बार-बार मुझे छू रही थीं। शुरू में मुझे लगा कि वह गलती से मुझे छू रहा है। लेकिन तभी क्रू ने खाना परोसना शुरू कर दिया और उसने तुरंत अपने हाथ हटा दिए।”
खाना सर्व किए जाने के बाद, लड़की को महसूस हुआ कि कोई हाथ उसकी जांघ को छू रहा है और सहलाने की कोशिश कर रहा है।
वह तुरंत चिल्ला उठी। इस बीच एक एयर-होस्टेस दौड़कर आई। लड़की ने बताया, “जब मैंने उसे बताया कि यात्री ने मेरे साथ छेड़छाड़ की है, तो युवक बोला कि इसके लिए उसे खेद है।
मुझे इतना गुस्सा आया कि मैंने उसे थप्पड़ मार दिया। एयर-होस्टेस ने मुझे चेतावनी दी कि मुझे ऐसा नहीं करना चाहिए था और मुझसे पूछा कि क्या मैं अपनी सीट बदलना चाहती हूं।
मैंने उससे कहा कि मैं नहीं उस (अपराधी) को सीट बदलनी चाहिए। फिर उसे दूसरी लाइन में ले जाया गया लेकिन मैंने जोर देकर कहा कि उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए।
कुछ ही देर में एक पुरुष फ्लाइट अटेंडेंट आया और मुझे आश्वस्त करने के बजाय मुझसे पूछा कि मैं क्यों चिल्ला रही हूं। ऐसी स्थितियों से निपटने के लिए उन्हें प्रशिक्षित किया जाता है, मुझे नहीं।”
फ्लाइट के लैंड होने के बाद, एयरलाइन स्टाफ और सीआईएसएफ कर्मी लड़की को एक तरफ ले गए। उसे सलाह दी कि वह युवक को छोड़ दें क्योंकि वह एक छात्र है और शिकायत दर्ज कराने पर लंबी कानूनी लड़ाई लड़नी पड़ेगी।
लड़की ने कहा, “माफी मांगने के बाद युवक को बरी कर दिए जाने से मुझे बहुत निराशा महसूस हुई।” वहीं एयरलाइन के प्रवक्ता ने कहा, “बागडोगरा पहुंचने पर, दोनों को स्पाइसजेट सुरक्षा कर्मचारियों द्वारा सहायता प्रदान की गई और आगमन क्षेत्र में सीआईएसएफ अधिकारियों तक पहुंचाया गया। महिला यात्री ने कार्रवाई की मांग की। आरोपी ने माफी मांगी और महिला यात्री बिना कोई शिकायत दर्ज कराए हवाईअड्डे से चली गई, जिससे स्पाइसजेट की आगे की जांच में बाधा उत्पन्न हुई।”