सितम्बर 2022 से जनवरी 2023 के बीच कन्याकुमारी से कश्मीर तक 4000 किलोमीटर की राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा पर कांग्रेस ने कुल 71.8 करोड़ रुपये खर्च किए थे, जो उसके सालाना खर्च का 15.3 फीसदी है।
यह रकम 2022-23 के दौरान पार्टी के प्रशासनिक और सामान्य खर्चे का कुल 30 फीसदी से ज्यादा है। चुनाव आयोग के पास दाखिल पार्टी की नवीनतम वार्षिक ऑडिट रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।
टीओआई के एक रिपोर्ट में कहा गया है कि 2022-23 में कांग्रेस की कुल आमदनी वित्त वर्ष 2021-22 में 541 करोड़ रुपये से गिरकर 452 करोड़ रुपये पर पहुंच गई जबकि इसी अवधि में इसका खर्च 400 करोड़ रुपये से बढ़कर 467 करोड़ रुपये हो गया।
चुनाव आयोग द्वारा बुधवार को सार्वजनिक की गई पार्टी की ऑडिट रिपोर्ट के अनुसार, 2021-22 में चुनावी बांड के माध्यम से कांग्रेस की कुल प्राप्तियां 236 करोड़ रुपये थी, जो 2022-23 में घटकर 171 करोड़ रुपये रह गई हैं। यह इसके कुल दान का 63% और इसकी कुल आय का मात्र 38% है।
अब तक, वित्त वर्ष 2022-23 के लिए छह राष्ट्रीय दलों में से पांच – आप, बसपा, सीपीएम, नेशनल पीपुल्स पार्टी और कांग्रेस की ऑडिट रिपोर्ट चुनाव आयोग ने सार्वजनिक की हैं। बीजेपी की रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है।
ऑडिट रिपोर्ट के मुताबिक, कांग्रेस ने 2022-23 में यात्रा पर 71.8 करोड़ रुपये और चुनावों पर 192.5 करोड़ रुपये खर्च किए। पिछले वित्त वर्ष में चुनावों पर खर्च 279.5 करोड़ रुपये था।
पार्टी के प्रशासनिक और सामान्य खर्चों में 2021-22 की तुलना में 161% की बढ़ोतरी देखी गई। इस साल पार्टी की तरफ से यात्रा के रूप में एक नई पहल और चुनाव पूर्व सर्वेक्षणों पर खर्च में तेज वृद्धि देखी गई है।
2022-23 में चुनाव पूर्व सर्वेक्षणों पर 40 करोड़ रुपये से अधिक खर्च हुए हैं जो 2021-22 की तुलना में 23 लाख रुपये ज्यादा है।