चंडीगढ़ मेयर चुनाव के नतीजों में मिली अप्रत्याशित हार आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के गले के नीचे नहीं उतर रही है।
इस मामले में दोनों दलों ने सुप्रीम कोर्ट जाने का मन बना लिया है। इससे पहले आप ने पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट में याचिका दायर की।
अदालत ने मामले की अगली सुनवाई 26 फरवरी तय की है। पंजाब के सीएम भगवंत मान ने बुधवार को कहा कि इस धोख़ाधड़ी के खिलाफ आम आदमी पार्टी और कांग्रेस सुप्रीम कोर्ट भी जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि चंडीगढ़ मेयर चुनाव लोकतंत्र की हत्या का उदाहरण है।
मंगलवार को चंडीगढ़ मेयर चुनाव के नतीजों के बाद आम आदमी पार्टी के मेयर उम्मीदवार करारी हार मिली थी। रिटर्निंग ऑफिसर ने आम और कांग्रेस गठबंधन के 8 पार्षदों के वोट को अमान्य कर दिया था।
जिसके बाद बीजेपी के मेयर उम्मीदवार मनोज सोनकर ने 16-12 से जीत हासिल की थी। उधर, मामले में पंजाब सीएम भगवंत मान ने इस प्रकरण में भाजपा पर धोखा देने का आरोप लगाया।
उन्होंने आरोप लगाया कि 30 जनवरी का दिन लोकतंत्र के लिए काला दिन है। भगवंत मान ने कहा कि वे इस मामले में चुप नहीं बैठने वाले हैं। पार्टी सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाएगी।
सुप्रीम कोर्ट से पहले बुधवार को ही मेयर चुनाव में धांधली से जुड़ी याचिका पर पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में सुनवाई हुई।
इस पर हाईकोर्ट ने चंडीगढ़ प्रशासन को तीन हफ्ते में जवाब दाखिल करने का आदेश दिया। मामले की अगली सुनवाई 26 फरवरी को होगी।
युवा कांग्रेस ने मेयर कार्यालय के बाहर किया प्रदर्शन
इस बीच युवा कांग्रेस के सदस्यों ने चंडीगढ़ में मेयर कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। वहीं कांग्रेस और आप के पार्षद भी सड़क पर उतर आए।
पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच गहमागहमी भी हुई ।यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भ्रष्टाचार बंद करो के नारे भी लगाए। कुछ देर बाद ही पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया।