चंडीगढ़ मेयर चुनाव में बीजेपी ने बाजी मार ली है।
भाजपा उम्मीदवार मनोज सोनकर ने आप के कुलदीप कुमार को हराकर चंडीगढ़ मेयर पद पर जीत हासिल की। नतीजे घोषित होने के बाद आप के चंडीगढ़ मेयर उम्मीदवार कुलदीप कुमार रो पड़े।
इस पूरे घटनाक्रम पर पंजाब सीएम भगवंत मान ने चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह लोकतंत्र की हत्या है। हम 20 थे और वो 15 वोट में कैसे जीत गए।
आज चंडीगढ़ में हुए मेयर चुनाव का परिणाम काफी चौंकाने वाला रहा। भाजपा प्रत्याशी मनोज सोनकर ने अप्रत्याशित जीत हासिल कर सभी को चौंका दिया।
उधर, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी मिलकर भी भाजपा की जीत नहीं रोक सकी। इस मौके पर आप के मेयर उम्मीदवार कुलदीप कुमार भावुक हो गए।
कैमरे में उन्हें रोते हुए देखा गया। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव में धांधली हुई है।
इस पूरे घटनाक्रम पर पंजाब के सीएम और आप नेता भगवंत मान ने चुप्पी तो़ड़ी है। उन्होंने एक बयान में कहा,”आज का दिन हमारे देश के लोकतंत्र में ‘काले दिन’ के रूप में लिखा और याद किया जाएगा।
दुर्भाग्य से, यह वही महीना है जब हम गणतंत्र दिवस मना चुके हैं। आज संविधान की धज्जियां उड़ा दी गई हैं।” चंडीगढ़ मेयर चुनाव को मीडिया के सामने, कैमरे के सामने भाजपा ने ‘लूट’ लिया। इसके पहले उन्होंने मध्य प्रदेश, कर्नाटक, गोवा, महाराष्ट्र, पूर्वोत्तर राज्यों में ऐसा किया था। तो ये उनकी पुरानी आदत है.. ।”
हम 20 थे वो 15 में कैसे जीत गए
पंजाब के सीएम भगवंत मान ने कहा, “हम विपक्ष वाले 20 थे और वे 15। अब सोचने वाली बात यह है कि ऐसा कैसे हो गया कि 20 वाले हार गए और 15 वाले कम संख्याबल के बावजूद जीत गए।
मान का आरोप है कि चुनाव की मॉनिटरिंग करने वालों के मुताबिक, हमारे 8 लोगों को वोट करना नहीं आता था, इसलिए उनका वोट अमान्य कर दिया।
जबकि, उनके सभी 16 वोट (1 सांसद मिलाकर भी) सही थे। इसका मतलब तो यही हुआ कि हमारे लोगों को वोटिंग करना नहीं आता, जबकि उनमें से कई पिछली बार भी वोट दे चुके हैं। मान ने भाजपा पर लोकतंत्र की हत्या करने का आरोप लगाते हुए कोर्ट जाने की बात कही है।”
केजरीवाल बोले- देश के सामने इनकी करतूत पर्दाफाश
इस पूरे मामले पर दिल्ली सीएम और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि आज लोकतंत्र के लिए काला दिन है।
एके ने कहा कि चंडीगढ़ मेयर चुनाव में दिन दहाड़े बेईमानी करके भाजपा को जिता दिया गया। देश के लोकतंत्र के लिए ये गुंडागर्दी बेहद ख़तरनाक है।
उन्होंने कहा कि पूरे देश ने देखा कि कैसे इन्होंने हमारे 8 लोगों की वोट अयोग्य ठहरा दिए गए। ऐसा नहीं है कि इन्हें वोट देना नहीं आता।
पिछली बार भी ये वोट दे चुके हैं। इससे पता लगता है कि अगर ये इतने छोटे शहर के अंदर इतनी बड़ी धांधली कर सकते हैं तो बड़े चुनाव में किसी भी धांधली तक जा सकते हैं।