हिंदू धर्म में करवा चौथ व्रत का बड़ा महत्व बताया गया है. यह सुहागिन महिलाओं के लिए सबसे खास व्रत है क्योंकि ये व्रत वे अपने पति की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि के लिए रखती हैं. यह व्रत पूरी तरह से निर्जल रहकर रखना होता है और रात को चांद निकलने के बाद ही खोला जाता है. व्रत पूजा के दौरान महिलाएं छलनी से चांद के दर्शन करती हैं और पूजा संपन्न करती हैं. लेकिन इस दिन आपको कई बातों का ध्यान रखना चाहिए. जैसे आपको क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए. आइए जानते हैं इसके बारे में भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा से.
करवा चौथ पर क्या करें?
– इस दिन आपको सूर्योदय से पूर्व उठकर सरगी का सेवन करना चाहिए.
– सरगी में मेवे, फल, मिठाई शामिल होते हैं और इनका सेवन करना शुभ माना जाता है.
– इस दिन पूजा से पहले ही आप आवश्यक सामग्री तैयार कर लें.
– यह व्रत पूरे दिन निर्जल रखा जाता है और चंद्रमा को अर्घ्य देकर इसका पारण किया जाता है.
– इस व्रत में भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करने का विधान है.
– साथ ही इस दिन करवा माता की पूजा भी विधिवत की जाती है.
– करवा चौथ की पूजा के बाद कथा जरूर सुनना चाहिए.
करवा चौथ पर क्या ना करें?
– इस दिन आपको अपने अंदर नकारात्मकता नहीं लाना चाहिए और ना ही किसी के बारे में बुरा सोचना चाहिए.
– इस दिन आपको चाकू, कैंची जैसी तेज धार वाली वस्तुओं का इस्तमाल भी नहीं करना चाहिए.
– इस दिन किसी से भी कटु वचन नहीं बोलना चाहिए और ना ही झगड़ा करना चाहिए.
– यह व्रत पूरी तरह से निर्जला व्रत है, इसलिए आप कोइ भी चीज ना खा सकती हैं और ना ही पी सकती हैं.
– करवा चौथ के दिन आपको रोने से भी बचना चाहिए.