शेयर बाजार में पिछले पांच दिनों की गिरावट के दौरान निवेशकों करीब 16 लाख करोड़ रुपये का नुकसान झेलना पड़ा है। इस दौरान सेंसेक्स सिर्फ पांच कारोबारी सत्रों में 4,100 अंक से ज्यादा फिसल गया। बाजार में यह गिरावट ईरान-इस्राइल के बीच तनाव के चरम पर पहुंचने के बाद आई है। दूसरी ओर, चीन की ओर से प्रोत्साहन पैकेज के एलान ने भारतीय बाजार के लिए आग में घी का काम किया है।
सेंसेक्स निफ्टी में लगभग एक प्रतिशत की गिरावट
हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को 30 शेयरों वाला प्रमुख बेंचमार्क सूचकांक सेंसेक्स 808.65 (0.98%) अंकों की गिरावट के साथ 81,688.45 पर पहुंचकर बंद हुआ। दूसरी ओर, 50 शेयरों वाले बेंचमार्क सूचकांक निफ्टी में 235.50 (0.93%) अंकों की नरमी आई और यह 25,014.60 के स्तर पर बंद हुआ।
पांच कारोबारी सत्र में 4148 अंक टूटा सेंसेक्स
इससे पहले गुरुवार को सेंसेक्स 1,769 अंक गिर गया था, निफ्टी भी कमजोर होकर 25,000 के महत्वपूर्ण स्तर तक पहुंच गया था। 27 सितंबर से पिछले 5 कारोबारी सत्रों में, सेंसेक्स 4,148 अंक गिरा। इस दौरान बीएसई पर सूचीबद्ध शेयरों का संयुक्त बाजार पूंजीकरण 15.9 लाख करोड़ रुपये घटकर 461.26 लाख करोड़ रुपये रह गया। चीन की ओर से मंदी से उबरने के लिए प्रोत्साहन उपायों की घोषणा करने के बाद वैश्विक निवेशक भारत से पैसा निकालकर उसका रुख चीन की ओर कर रहे हैं। इसका नकारात्मक असर सेंसेक्स और निफ्टी पर पड़ रहा है।
ईरान और इस्राइल के बीच तनाव बढ़ने से निवेशक बरत रहे सतर्कता
पिछले शुक्रवार को बेरूत के दक्षिणी उपनगरों में इस्राइली हवाई हमले के जवाब में ईरान की ओर से मंगलवार को इस्राइल की ओर लगभग 200 बैलिस्टिक मिसाइलें दागे गए। इस घटनाक्रम के बाद उभरते बाजारों में विदेशी निवेशक सतर्कता बरतने लगे। बाजार आंकड़ों के अनुसार, गुरुवार तक के कारोबारी सत्र में एफआईआई ने दलाल स्ट्रीट से करीब 32,000 करोड़ रुपये की बिकवाली की। गुरुवार को एफआईआई की ओर से की गई 15,243 करोड़ रुपये की बिकवाली विदेशी निवेशकों की ओर से एक दिन में की गई सबसे अधिक बिकवाली थी।