विराट कोहली, वो खिलाड़ी जिसकी तारीफ करने से कोई भी नहीं थकता. विराट ने अपने खेल से वर्ल्ड क्रिकेट में दहशत पैदा कर रखी है. लेकिन फैंस के मन में एक सवाल कचोटता है कि इतना बेहतरीन खिलाड़ी अच्छा कप्तान क्यों नहीं हो सकता. हरभजन ने उन फैंस की यादें ताजा कर दी हैं. उन्होंने विराट कोहली की कप्तानी पर दिल खोलकर बात की है.
कप्तानी का मतलब सिर्फ विश्व कप नहीं
हरभजन ने एक इंटरव्यू में कहा, 'कोहली की कप्तानी में चाहे आप विश्व कप न जीतें, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि वह कमतर कप्तान या कमतर खिलाड़ी हैं. जो उसने टीम में आग लगाई, जैसे कि टेस्ट की चौथी पारी में 400 रन का लक्ष्य हो, हम उसका पीछा करेंगे, हम घबराएंगे नहीं. अगर हम हार भी जाते हैं, तो हम पीछा करते हुए जीतते हैं.'
कोहली की कप्तानी में हिम्मत और दिमाग की जरूरत
हरभजन सिंह ने आगे कहा, 'इसमें बहुत हिम्मत और दिमाग लगता है, जो कोहली ने टीम में डाला है. इसलिए प्रत्येक व्यक्ति ने अपनी विरासत छोड़ी है.' विराट कोहली 3 साल तक अपने खराब दौर से गुजरे. उसी दौरान उन्होंने अपनी कप्तानी से किनारा कर लिया था.
कप्तानी छोड़ने के बाद दिखा अद्भुत प्रदर्शन
कप्तानी छोड़ने के बाद विराट कोहली अपनी पुरानी लय में वापस आए. उनकी कप्तानी में टीम इंडिया ने ऐतिहासिक प्रदर्शन किया. भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया में जाकर जीत दर्ज की. टेस्ट क्रिकेट में विराट कोहली की कप्तानी की सराहना कई दिग्गजों ने की है.