एयर इंडिया एक्सप्रेस का एआईएक्स कनेक्ट के साथ मर्जर पूरा हो गया। इसने भविष्य के एयरलाइन विलयों के लिए एक नया मानक भी स्थापित किया। इस मर्जर के लिए नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने जरूरी रेगुलेटरी मंजूरी दे दी है।
एयर इंडिया एक्सप्रेस और एआईएक्स कनेक्ट दोनों ही टाटा ग्रुप की एयरलाइन हैं। AIX Connect पहले एयरएशिया इंडिया नाम से जानी जाती थी।
AIX कनेक्ट के सभी विमान बिना किसी रुकावट के एयर इंडिया एक्सप्रेस के एयर ऑपरेटर सर्टिफिकेट (AOC) में ट्रांसफर कर दिए हैं। इसका मकसद है कि ज्वाइंट वेंचर की एयरलाइन संचालन बिना किसी बाधा के जारी रहे और यात्रियों को बेहतर ट्रैवल एक्सपीरियंस मिले। यह बदलाव 1 अक्टूबर 2024 से प्रभावी हो गया।
एविएशन रेगुलेटर DGCA का कहना है कि वह मर्जर के बाद ऑपरेशन की सख्त निगरानी करेगा, ताकि सभी नियामक शर्तों के पालन को सुनिश्चित किया जा सके। इससे उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा करने में भी मदद मिलेगी।
रेगुलेटर ने कहा, 'हमारी कठोर समीक्षा से यह सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी कि यह विलय सार्वजनिक हित में है। इससे सुरक्षित हवाई संचालन को बढ़ावा मिलता है और यात्रियों का ओवरऑल एक्सपीरियंस बेहतर होता है।'
DGCA प्रमुख विक्रम देव दत्त ने कहा, “हमें इस मर्जर प्रोसेस काफी महत्वपूर्ण अनुभव मिला है। यह तजुर्बा एयर इंडिया और विस्तारा के आगामी मर्जर के लिए काफी उपयोगी साबित हो सकता है, जिस पर फिलहाल काम चल रहा है।'