बेंचमार्क इक्विटी इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी मंगलवार को हरियाली लौट आई। निवेशकों ने पिछले सत्र में करीब-करीब रिकॉर्ड स्तरों पर मुनाफावसूली की जिससे बाजार में लाल निशान पर क्लोजिंग हुई थी। हालांकि, मंगलवार को इंडेक्स हैवीवेट शेयरों रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईटी और बैंकिंग शेयरों में बढ़त दिखी। सुबह 9:19 बजे बीएसई सेंसेक्स 328 अंक या 0.39% बढ़कर 84,6028 पर कारोबार करता दिखा। निफ्टी50 85 अंक या 0.33% मजबूत होकर 25,895 पर कारोबार करता दिखा।
मासिक बिक्री डेटा जारी होने से पहले ऑटो शेयरों में 1.6% तक की तेजी
एचडीएफसी बैंक, इंफोसिस, एलएंडटी, आईसीआईसीआई बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एक्सिस बैंक और टेक महिंद्रा ने सेंसेक्स की बढ़त में सबसे बड़ा योगदान दिया, जबकि एशियन पेंट्स, जेएसडब्ल्यू स्टील, बजाज फाइनेंस, टाटा स्टील और एचयूएल में गिरावट दर्ज की गई। घरेलू मोर्चे पर, दिन में बाद में मासिक बिक्री डेटा जारी होने से पहले ऑटो शेयरों में 1.6% तक की तेजी आई। निफ्टी ऑटो इंडेक्स में अशोक लीलैंड सबसे ज्यादा लाभ में रहा। फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल की टिप्पणियों के बाद निफ्टी आईटी सूचकांक में 0.9% की वृद्धि हुई, जिसका नेतृत्व टेक महिंद्रा, इंफोसिस और एम्फैसिस ने किया, जिससे एक और महत्वपूर्ण दर कटौती की उम्मीदें धूमिल हो गईं।
स्पाइसजेट में 5.5% की बढ़त दर्ज की गई
जेरोम पॉवल पॉवेल ने सोमवार को संकेत दिया कि नए आंकड़ों से आर्थिक वृद्धि और उपभोक्ता खर्च में विश्वास बढ़ने के बाद अमेरिकी केंद्रीय बैंक संभवतः नीतिगत दरों में कटौती पर कायम रहेगा। व्यक्तिगत शेयरों में, स्पाइसजेट में 5.5% की बढ़त दर्ज की गई। गुजरात स्थित प्लूटस वेल्थ मैनेजमेंट ने ब्लॉक डील के जरिए स्पाइसजेट के 85 लाख शेयर, जिनकी कीमत 51 करोड़ रुपये है, का अधिग्रहण किया है। इस खबर के बाद एयरलाइन के शेयरों में मजबूती दर्ज की गई।
एशियाई बाजारों में दिखी तेजी
एशियाई शेयर मंगलवार को ढाई साल के उच्चतम स्तर के करीब पहुंच गए। जापान के बाहर एशिया-प्रशांत शेयरों का MSCI का सबसे बड़ा सूचकांक मंगलवार को 0.13% नरमी के साथ 620.05 पर पहुंच गया, यह सोमवार को छुए गए ढाई साल के उच्चतम स्तर 627.66 से थोड़ा नीचे रहा। इस साल अब तक सूचकांक में 17% की वृद्धि हुई है। जापान का निक्केई सोमवार को 4.8% गिरने के बाद शुरुआती कारोबार में 1.5% चढ़ा।
एफआईआई/डीआईआई की बात करें तो विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने 30 सितंबर को 9,792 करोड़ रुपये की इक्विटी बेच दी। घरेलू संस्थागत निवेशकों ने उसी दिन 6,645 करोड़ रुपये के इक्विटी खरीदने के साथ अपनी खरीदारी बढ़ाई।
कच्चे तेल की कीमतों में मंगलवार को बदलाव आया क्योंकि मजबूत आपूर्ति संभावनाओं और धीमी वैश्विक मांग ने इस चिंता को कम कर दिया कि मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव से उत्पादन प्रभावित हो सकता है। शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 2 पैसे गिरकर 83.81 रुपये पर पहुंच गया। दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की चाल को दर्शाने वाला डॉलर इंडेक्स 0.05% बढ़कर 100.82 के स्तर पर पहुंच गया।