नई दिल्ली। विश्व प्रसिद्ध तिरुपति के लड्डू में पशुओं की चर्बी के इस्तेमाल के मामले पर सियासी गरमा गई है। कुछ दिनों पहले आंध्र प्रदेश के सीएम एन चंद्रबाबू नायडू ने पिछली वाईएसआरसीपी सरकार पर आरोप लगाया था कि पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल के दौरान विश्व प्रसिद्ध तिरुपति के लड्डू में पशुओं की चर्बी का इस्तेमाल किया गया था। सीएम नायडू ने एनडीए विधायक दल की बैठक में दावा किया कि तिरुमाला के लड्डू भी घटिया सामग्री से बनाए गए थे। उन्होंने घी के बजाय जानवरों की चर्बी का इस्तेमाल किया था।
एक रिपोर्ट ने भी इस बात की पुष्टि हुई है कि लड्डू में मिलावट की गई थी। रिपोर्ट सामने आने के बाद टीडीपी प्रवक्ता अनम वेंकट रमण रेड्डी ने कहा कि परीक्षण के लिए भेजे गए नमूनों की प्रयोगशाला रिपोर्ट प्रमाणित करती है कि घी में गोमांस की चर्बी, पशु वसा, चरबी और मछली के तेल का इस्तेमाल किया गया था, जो तिरुमाला को चढ़ाया गया था।
अनम वेंकट रमण रेड्डी ने आगे कहा कि यह हिंदू धर्म का अपमान है। भगवान को दिन में तीन बार चढ़ाया जाने वाला प्रसादम इस घी में मिलाया गया है। उन्होंने कहा, हमें उम्मीद है कि न्याय होगा और जो भी गलतियां हुई हैं उनके लिए भगवान गोविंद हमें माफ कर देंगे। रिपोर्ट सामने आने के बाद सीएम नायडू ने भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि इस अनियमियता में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। सीएम ने कहा कि जो लैब रिपोर्ट आई उससे साफ होता है कि प्रसाद की गुणवत्ता के साथ समझौता किया गया, उसमें अपवित्र वस्तुओं की मिलावट की बात सामने आई है। इन सबके लिए जिम्मेदार कुछ लोगों के खिलाफ कार्रवाई भी शुरू हो गई है। कुछ लोगों को काम से हटा भी दिया गया है। नायडू ने कहा कि प्रसाद की पवित्रता का पूरा ध्यान रखते हुए, अब शुद्ध घी इस्तेमाल किया जा रहा है।
प्रसाद में चर्बी मिलने का मामला: किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा: नायडू
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