Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram YouTube
    • Home
    • About Us
    • Contact Us
    • MP Info RSS Feed
    Facebook X (Twitter) Instagram
    News India 360
    • Home
    • देश
    • विदेश
    • राज्य
    • मध्यप्रदेश
      • मध्यप्रदेश जनसंपर्क
    • छत्तीसगढ़
      • छत्तीसगढ़ जनसंपर्क
    • राजनीती
    • धर्म
    • अन्य खबरें
      • मनोरंजन
      • खेल
      • तकनीकी
      • व्यापार
      • करियर
      • लाइफ स्टाइल
    News India 360
    विदेश

    बांग्लादेश के जिस मंदिर में मुसलमानों ने किया था इफ्तार, क्या उसे ही जला कर किया खाक?…

    By August 9, 2024No Comments3 Mins Read
    Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr WhatsApp Email Telegram Copy Link
    बांग्लादेश के जिस मंदिर में मुसलमानों ने किया था इफ्तार, क्या उसे ही जला कर किया खाक?…
    Share
    Facebook Twitter LinkedIn WhatsApp Pinterest Email

    सोशल मीडिया पर एक तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है।

    जिसमें सफेद कपड़ों में एक हिंदू पुजारी मुसलमानों को भोजन परोसते हुए दिखाई दे रहा है। दावा किया जा रहा है कि यह तस्वीर बांग्लादेश के एक इस्कॉन मंदिर में आयोजित इफ्तार की है, जिसे हाल ही में प्रदर्शनकारियों ने आग के हवाले कर दिया।

    सोशल मीडिया पर वायरल इस तस्वीर के कैप्शन में लिखा है, “कुछ दिन पहले ही बांग्लादेश इस्कॉन मंदिर ने ईद पर मुसलमानों को मंदिरों में खिलाया, आज उन्हीं मुसलमानों ने वही इस्कॉन मंदिर जला कर खाक कर दिया है।”

    हालांकि, यह सच है कि हाल ही में बांग्लादेश के मेहरपुर में एक इस्कॉन मंदिर में आग लगाई गई थी, लेकिन वायरल हो रही तस्वीर का उस घटना से कोई संबंध नहीं है।

    जब इस तस्वीर की सच्चाई जांची गई तो पता चला कि यह तस्वीर वास्तव में पश्चिम बंगाल के मायापुर में स्थित इस्कॉन मंदिर में 2016 में आयोजित एक इफ्तार समारोह की है। यह तस्वीर सबसे पहले 4 जुलाई 2016 को UCANews के एक लेख में प्रकाशित हुई थी।

    इस लेख में तस्वीर के साथ कैप्शन में लिखा था, “मायापुर के इस्कॉन मंदिर में 22 जून को इफ्तार के दौरान इस्कॉन के एक साधु मुसलमानों को मिठाई परोस रहे हैं।” इस तस्वीर का उपयोग अब सोशल मीडिया पर फैला कर झूठा दावा किया जा रहा है।

    इस्कॉन इंडिया के कम्युनिकेशन डायरेक्टर, युधिष्ठिर गोविंद दास ने भी पुष्टि की कि यह तस्वीर पश्चिम बंगाल के मायापुर में ली गई थी और इसका बांग्लादेश में हो रही मौजूदा अशांति से कोई संबंध नहीं है।

    क्यों मचा बांग्लादेश में बवाल?
    बांग्लादेश में हाल ही में स्वतंत्रता सेनानियों के वंशजों के लिए 30 प्रतिशत नौकरी कोटा बहाल करने के उच्च न्यायालय के आदेश ने देश में गंभीर तनाव पैदा कर दिया है।

    बता दें 170 मिलियन की जनसंख्या वाले इस देश में लगभग 32 मिलियन युवा बेरोजगार हैं। छात्रों ने स्वतंत्रता सेनानियों के परिवारों के लिए इस कोटा को समाप्त करने की मांग की है और इसके खिलाफ व्यापक विरोध किया।

    प्रधानमंत्री शेख हसीना ने छात्रों की इस मांग को पूरी तरह से अस्वीकार कर दिया और चल रही अदालती कार्यवाही का हवाला देते हुए विरोध प्रदर्शन करने वाले छात्रों को ‘रजाकार’ करार दिया।

    उल्लेखनीय है कि ‘रजाकार’ उन लोगों को कहा जाता था जिन्होंने 1971 के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान पाकिस्तानी सेना के साथ सहयोग किया था। उनकी टिप्पणियों ने विरोध प्रदर्शन को और उकसाया, जिससे ढाका विश्वविद्यालय में हजारों छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया।

    इस तनाव ने देशभर में घातक और व्यापक नागरिक अशांति को जन्म दिया, जिसमें 120 से अधिक लोगों की जान चली गई। बांग्लादेश की शीर्ष अदालत ने अंततः नौकरी के आवेदकों के लिए विवादास्पद कोटा प्रणाली को वापस ले लिया, लेकिन इसे पूरी तरह से समाप्त नहीं किया।

    वहीं प्रधानमंत्री हसीना ने विरोध प्रदर्शन को आतंकवादी गतिविधि करार देते हुए इन तत्वों को सख्ती से दबाने का निर्देश दिया। बांग्लादेशी मीडिया के मुताबिक, शेख हसीना ने एक सुरक्षा मामलों की राष्ट्रीय समिति की बैठक भी बुलाई।

    जिसमें सेना, नौसेना, वायु सेना, पुलिस, आरएबी, बीजीबी और अन्य शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों ने भाग लिया। बांग्लादेशी सरकार के इस रुख को देखते हुए प्रदर्शनकारियों के अंदर गुस्सा और भड़का दिया, जिसका नतीजा बांग्लादेश के मौजूदा हालात हैं।

    The post बांग्लादेश के जिस मंदिर में मुसलमानों ने किया था इफ्तार, क्या उसे ही जला कर किया खाक?… appeared first on .

    Related Posts

    टैरिफ पर ट्रंप ने लिया यू-टर्न, स्मार्टफोन और लैपटॉप को टैरिफ से दी छूट

    April 13, 2025

    पूर्व पीएम किशिदा पर हमला करने वाले आरोपी ने हत्या के आरोप से किया इनकार

    February 4, 2025

    अमेरिका से 205 भारतीयों को मिलिट्री विमान से वापस भेजा गया, ट्रंप सरकार ने की सख्त कार्रवाई

    February 4, 2025

    ब्रिबी द्वीप में शार्क के हमले से महिला की मौत, तैरते समय आई गंभीर चोटें

    February 4, 2025

    अफ्रीका में शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई की मांग, हिंदू छात्र का कलावा काटने पर बवाल

    February 4, 2025

    ट्रंप का बड़ा यूटर्न, कनाडा के ट्रूडो से फोन पर बात कर टैरिफ में दी राहत

    February 4, 2025
    विज्ञापन
    विज्ञापन
    अन्य ख़बरें

    शिक्षकों की पदस्थापना से बदला विद्यालय का परिदृश्य

    July 5, 2025

    कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़के 7 जुलाई को होने वाली किसान, जवान, संविधान सभा में होंगे शामिल

    July 5, 2025

    छत्तीसगढ़ में वैकल्पिक उर्वरकों की कोई कमी नही

    July 5, 2025

    राज्य में 3.28 लाख गैस कनेक्शनों का सत्यापन नहीं, ब्लॉक होगा कनेक्शन

    July 5, 2025
    हमारे बारे में

    यह एक हिंदी वेब न्यूज़ पोर्टल है जिसमें ब्रेकिंग न्यूज़ के अलावा राजनीति, प्रशासन, ट्रेंडिंग न्यूज, बॉलीवुड, खेल जगत, लाइफस्टाइल, बिजनेस, सेहत, ब्यूटी, रोजगार तथा टेक्नोलॉजी से संबंधित खबरें पोस्ट की जाती है।

    Disclaimer - समाचार से सम्बंधित किसी भी तरह के विवाद के लिए साइट के कुछ तत्वों में उपयोगकर्ताओं द्वारा प्रस्तुत सामग्री ( समाचार / फोटो / विडियो आदि ) शामिल होगी स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक इस तरह के सामग्रियों के लिए कोई ज़िम्मेदार नहीं स्वीकार करता है। न्यूज़ पोर्टल में प्रकाशित ऐसी सामग्री के लिए संवाददाता / खबर देने वाला स्वयं जिम्मेदार होगा, स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक की कोई भी जिम्मेदारी नहीं होगी.

    हमसे सम्पर्क करें
    संपादक - Chhamesh Ram Sahu
    मोबाइल - 9131052524
    ईमेल - [email protected]
    कार्यालय - Swami Vivekanand Ward - Ward No.30 , Jagdalpur - 494001
    July 2025
    M T W T F S S
     123456
    78910111213
    14151617181920
    21222324252627
    28293031  
    « Jun    
    Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
    • Home
    • About Us
    • Contact Us
    • MP Info RSS Feed
    © 2025 ThemeSphere. Designed by ThemeSphere.

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.