Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram YouTube
    • Home
    • About Us
    • Contact Us
    • MP Info RSS Feed
    Facebook X (Twitter) Instagram
    News India 360
    • Home
    • देश
    • विदेश
    • राज्य
    • मध्यप्रदेश
      • मध्यप्रदेश जनसंपर्क
    • छत्तीसगढ़
      • छत्तीसगढ़ जनसंपर्क
    • राजनीती
    • धर्म
    • अन्य खबरें
      • मनोरंजन
      • खेल
      • तकनीकी
      • व्यापार
      • करियर
      • लाइफ स्टाइल
    News India 360
    देश

    अदालती कार्यवाही से तंग आकर समझौता कर लेते हैं लोग, CJI चंद्रचूड़ ने ही खोल दी सिस्टम की पोल…

    By August 4, 2024No Comments4 Mins Read
    Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr WhatsApp Email Telegram Copy Link
    अदालती कार्यवाही से तंग आकर समझौता कर लेते हैं लोग, CJI चंद्रचूड़ ने ही खोल दी सिस्टम की पोल…
    Share
    Facebook Twitter LinkedIn WhatsApp Pinterest Email

    सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डी.वाई. चंद्रचूड़ ने शनिवार को कहा कि लोग अदालती कार्यवाही से इतने त्रस्त हो चुके हैं कि वे किसी तरह बस समझौता चाहते हैं।

    उन्होंने कहा कि न्यायिक प्रक्रिया वादियों के लिए एक सजा हो गई है। लोग इससे छुटकारा पाने के लिए अक्सर कम समझौते को भी स्वीकार कर लेते हैं।

    सीजेआई चंद्रचूड़ ने लोक अदालतों की भूमिका और महत्व पर प्रकाश डालते हुए ‌कहा कि यह (लोक अदालत) एक ऐसा मंच हैं, जहां अदालतों में या मुकदमेबाजी से पहले लंबित विवादों और मामलों का सौहार्द्रपूर्ण ढंग से समझौता किया जाता है। उन्होंने कहा कि आपसी सहमति से हुए समझौते के खिलाफ कोई अपील भी दाखिल नहीं की जा सकती।

    जस्टिस चंद्रचूड़ ने सुप्रीम कोर्ट के 75 साल पूरे होने के अवसर पर आयोजित ‘विशेष लोक अदालत’ के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे।

    29 जुलाई से 3 अगस्त तक चले इस विशेष लोक अदालत के समापन के मौके पर उन्होंने कहा कि अदालती कार्यवाही से लोग इतना परेशान हो जाते हैं कि वे अदालती ‌मामलों से कोई भी समझौता चाहते हैं, जज के रूप में यह हम सभी के लिए चिंता का विषय है।

    लोक अदालत को संस्थागत बनाने की जरूरत
    मुख्य न्यायाधीश चंद्रचूड़ ने कहा कि ‘लोक अदालतों के माध्यम से न्याय देने की प्रक्रिया को संस्थागत बनाने की जरूरत है।

    उन्होंने कहा कि उन्हें हर स्तर पर लोक अदालत की स्थापना में बार और बेंच (वकीलों और जजों) सहित सभी से समर्थन मिला।

    सीजेआई ने अपने संबोधन में कहा कि जब विशेष लोक अदालत के लिए उन्होंने पैनल गठित किए गए थे, तो यह सुनिश्चित किया गया था कि प्रत्येक पैनल में दो न्यायाधीश और दो वकील होंगे। उन्होंने कहा कि ‘ऐसा करने के पीछे उनका मकसद अधिवक्ताओं को संस्था पर स्वामित्व देना था क्योंकि यह ऐसी संस्था नहीं है जिसे केवल न्यायाधीश चलाते हैं। उन्होंने कहा कि यह जजों के लिए, जजों द्वारा जजों की संस्था नहीं है। इस अवसर पर केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, सुप्रीम कोर्ट के अन्य न्यायाधीश, बार एसोसिएशन के अधिकारी शामिल हुए।

    यह दिल्ली का नहीं, देश का सुप्रीम कोर्ट है : सीजेआई
    मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट भले ही दिल्ली में हो, लेकिन यह दिल्ली का सुप्रीम कोर्ट नहीं है। यह भारत का सुप्रीम कोर्ट है।

    उन्होंने कहा कि जब से मैंने मुख्य न्यायाधीश का पद संभाला है, हमने सुप्रीम कोर्ट की रजिस्ट्री में पूरे देश से अधिकारियों को लाने का प्रयास किया है।

    सुप्रीम कोर्ट मुताबिक विशेष लोक अदालत के लिए 14,045 मामले चिह्नित । लोक अदालत पीठों के समक्ष 4,883 मामले सूचीबद्ध किए गए और इनमें से 920 मामलों का निपटारा किया गया।

    अमेरिका से अलग है भारतीय सुप्रीम कोर्ट
    मुख्य न्यायाधीश चंद्रचूड़ ने कहा कि भारत में सुप्रीम कोर्ट की स्थापना के पीछे का मकसद यह नहीं था कि अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट की तर्ज पर 180 संवैधानिक मामलों का ही निपटारा करें ।

    इसका मकसद था कि लोगों तक न्याय की पहुंच सुनिश्चित करना यानी ‘न्याय सबके द्वार’। उन्होंने यह भी कहा कि लोक अदालत का उद्देश्य भी लोगों के घरों तक न्याय पहुंचाना और लोगों को यह सुनिश्चित करना है कि हम उनके जीवन में निरंतर मौजूद हैं।

    मध्यस्थता भारतीय संस्कृति का हिस्सा : कानून मंत्री मेघवाल
    सुप्रीम कोर्ट में आयोजित समारोह में शामिल केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि ‘मध्यस्थता भारतीय संस्कृति का हिस्सा है।’

    उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने महाभारत में कौरवों और पांडवों के बीच मध्यस्थता करने का प्रयास किया था। कानून मंत्री मेघवाल ने कहा कि आत्मनिरीक्षण करने की शक्ति विवादों को सुलझाने में मदद करती है।

    वैवाहिक विवादों को निपटाने में लोक अदालतों की भूमिका की सराहना करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पहले जो काम परिवार के बुजुर्ग करते थे, अब वह वैकल्पिक विवाद समाधान व्यवस्था द्वारा किया जा रहा है।

    The post अदालती कार्यवाही से तंग आकर समझौता कर लेते हैं लोग, CJI चंद्रचूड़ ने ही खोल दी सिस्टम की पोल… appeared first on .

    Related Posts

    कुम्भ हादसे पर योगी आदित्यनाथ का बयान: खुद को ‘दुनिया का सबसे बड़ा मूर्ख मुख्यमंत्री’ कहा, कल देने जा रहे CM पद से इस्तीफा

    February 4, 2025

    अश्विनी वैष्णव ने बताया, भारत में मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स मैनुफैक्चरिंग का क्षेत्र तेजी से बढ़ा

    February 4, 2025

    नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने घोषित की 2025-26 के लिए सैनिक स्कूल प्रवेश परीक्षा की तारीख

    February 4, 2025

    बेंगलुरु में टैक्स चोरी के आरोप में 30 लग्जरी कारें जब्त, फेरारी, बीएमडब्ल्यू, रेंज रोवर शामिल

    February 4, 2025

    सुप्रीम कोर्ट ने असम सरकार को दी फटकार, हिरासत केंद्रों में बंद लोगों पर कार्रवाई करने को कहा

    February 4, 2025

    सुरक्षा बलों ने जब्त किया भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद, नौ उग्रवादी गिरफ्तार

    February 4, 2025
    विज्ञापन
    विज्ञापन
    अन्य ख़बरें

    नगर निगम की टीम पहुंची हिस्ट्रीशीटर तोमर बंधुओं के घर, संपत्ति से जुड़े दस्तावेजो की कर रही जांच

    June 8, 2025

    फर्जी दस्तावेज़ बनाने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश, उत्तर प्रदेश के 2 युवक गिरफ्तार

    June 8, 2025

    CG Crime- पुलिस ने 24 घंटे के भीतर सुलझाई अंधे कत्ल की गुत्थी: आरोपी दंपति गिरफ्तार, जानिए वारदात के पीछे की वजह…

    June 8, 2025

    CG Accident: भीषण सड़क हादसे में डॉक्टर की मौत, तेज रफ्तार पिकअप ने बाइक को मारी टक्कर…

    June 8, 2025
    हमारे बारे में

    यह एक हिंदी वेब न्यूज़ पोर्टल है जिसमें ब्रेकिंग न्यूज़ के अलावा राजनीति, प्रशासन, ट्रेंडिंग न्यूज, बॉलीवुड, खेल जगत, लाइफस्टाइल, बिजनेस, सेहत, ब्यूटी, रोजगार तथा टेक्नोलॉजी से संबंधित खबरें पोस्ट की जाती है।

    Disclaimer - समाचार से सम्बंधित किसी भी तरह के विवाद के लिए साइट के कुछ तत्वों में उपयोगकर्ताओं द्वारा प्रस्तुत सामग्री ( समाचार / फोटो / विडियो आदि ) शामिल होगी स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक इस तरह के सामग्रियों के लिए कोई ज़िम्मेदार नहीं स्वीकार करता है। न्यूज़ पोर्टल में प्रकाशित ऐसी सामग्री के लिए संवाददाता / खबर देने वाला स्वयं जिम्मेदार होगा, स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक की कोई भी जिम्मेदारी नहीं होगी.

    हमसे सम्पर्क करें
    संपादक - Chhamesh Ram Sahu
    मोबाइल - 9131052524
    ईमेल - [email protected]
    कार्यालय - Swami Vivekanand Ward - Ward No.30 , Jagdalpur - 494001
    June 2025
    M T W T F S S
     1
    2345678
    9101112131415
    16171819202122
    23242526272829
    30  
    « May    
    Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
    • Home
    • About Us
    • Contact Us
    • MP Info RSS Feed
    © 2025 ThemeSphere. Designed by ThemeSphere.

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.