भारतीय महिला क्रिकेट टीम इस समय साउथ अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज खेल रही है। सीरीज का दूसरा मैच चेन्नई में खेला गया जो बारिश के कारण पूरा नहीं हो सका। इस मैच में सिर्फ साउथ अफ्रीकी टीम ही बल्लेबाजी कर सकी और उसने पूरे 20 ओवर खेलते हुए छह विकेट खोकर 177 रन बनाए। लेकिन इस दौरान भारतीय विकेटकीपर उमा छेत्री ने ऐसी गलती कर दी जिसने टीम इंडिया का नुकसान करा दिया।
इस मैच में टीम इंडिया की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने टॉस जीता और पहले फील्डिंग करने का फैसला किया। उन्होंने टीम में एक बदलाव किया। चोटिल हुईं विकेटकीपर त्रचा घोष की जगह उम छेत्री को मौका दिया। लेकिन उमा छेत्री ने हड़बड़ी में एक बचकानी गलती कर दी। इसी मैच से उमा ने अपने टी20 इंटरनेशनल करियर का आगाज किया है।
गंवा दिया मौका
हरमनप्रीत कौर ने दूसरे ही ओवर में अपनी ऑफ स्पिनर सजना सजीवन को गेंदबाजी पर बुलाया। उन्होंने इस ओवर की चौथी गेंद पर भारत को बड़ी सफलता दिला दी थी। सजना ने ऑफ स्टंप के बाहर गेंद फेंकी जिसे साउथ अफ्रीकी बल्लेबाज तजमिन ब्रिट्स ने आगे निकलकर मारना चाहा। लेकिन ब्रिट्स चूक गईं और उमा छेत्री ने उन्हें स्टंप कर दिया। ये साफ आउट लग रहा था लेकिन स्क्वायर लेग अंपायर ने तीसरे अंपायर की मदद लेने का फैसला किया। तीसरे अंपायर ने जब रिप्ले देखा तो उन्होंने पाया कि गेंद को पकड़ते समय उमा के दस्ताने विकेट से आगे हैं। नियम के मुताबिक गेंद को पकड़ते समय विकेटकीपर के हाथ, पैर, सिर, दस्ताने विकेट से आगे नहीं होने चाहिए।
लेकिन उमा के दस्ताने आगे थे और इसी कारण तीसरे अंपायर ने उसे नो बॉल करार दे दिया जिससे ब्रिट्स आउट होने से बच गईं। उमा ने स्टंपिंग का मौका देख जल्दबाजी की और ये गलती कर बैठीं। उमा ने जब ब्रिट्स को जीवनदान दिया तब वह महज पांच रनों पर थीं लेकिन इसके बाद उन्होंने 47 रन और जोड़े।
हो गया नुकसान
टीम इंडिया को उमा की इस गलती का नुकसान भुगतना पड़ा। ब्रिट्स ने इस जीवनदान का भरपूर फायदा उठाया और अर्धशतकीय पारी खेली। उन्होंने 39 गेंदों पर छह चौके और एक छक्के की मदद से 52 रन बनाए। उनकी ये पारी साउथ अफ्रीका को मजबूत स्कोर तक पहुंचाने में काफी कारगर साबित हुई। भारतीय पारी के शुरू होने से पहले हालांकि बारिश आ गई और फिर मैच नहीं हो सका।